What is mescaline: दिल्ली के पार्टी सीन में एक चौंकाने वाली घटना घटी है. शहर में पहली बार मेस्केलाइन नामक साइकेडेलिक ड्रग मिला है. यह एक ऐसा ड्रग है जो पहले दिल्ली में अज्ञात था. कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने इस ड्रग की पहली खेप जब्त की है, जिससे इसके बढ़ते लोकप्रियता और संभावित खतरों के बारे में चिंता बढ़ गई है.

एक दुर्लभ और असामान्य ड्रग

पेयोट कैक्टस से निकाला गया मेस्केलाइन, विभिन्न कारणों से भारत में कभी भी महत्वपूर्ण लोकप्रियता हासिल नहीं कर पाया है. इसकी सीमित आपूर्ति और LSD जैसे अन्य साइकेडेलिक ड्रग्स का प्रभुत्व देश में इसकी दुर्लभता में योगदान देता है. हालांकि, हालिया रुझान बताते हैं कि मेस्केलाइन, विशेष रूप से अंडरग्राउंड पार्टी सीन में वापसी कर रहा है.

हालिया जब्ती से चर्चा में आई

नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) और दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने संयुक्त अभियान में अंतरराष्ट्रीय बाजार में 15-20 करोड़ रुपये की कीमत का 3.8 किलो मेस्केलाइन का एक खेप जब्त किया. यह ड्रग टॉफी और मछली के भोजन के पैकेजिंग में तस्करी किया जा रहा था. जब्ती के संबंध में एक नाइजीरियन महिला, फेथ रेशेल को गिरफ्तार किया गया.

अंतर्राष्ट्रीय ड्रग तस्करी का इतिहास

जांच से पता चला कि मेस्केलाइन का उत्पादन भारत के बाहर गुप्त प्रयोगशालाओं में किया जाता था, मुख्य रूप से मेक्सिको में. यह ड्रग यूरोपीय देशों और अमेरिका में अत्यधिक लोकप्रिय है, जहां इसे अक्सर मानसिक स्वास्थ्य सुधार के लिए एक पदार्थ के रूप में बेचा जाता है.

मेस्केलाइन का उपयोग का एक लंबा इतिहास है, जो मूल अमेरिकियों के धार्मिक समारोहों तक जाता है. इसके साइकेडेलिक प्रभावों का इतिहास भर में विभिन्न संस्कृतियों और व्यक्तियों द्वारा पता लगाया गया है. एल्डस हक्सले की पुस्तक "द डोर्स ऑफ पर्सेप्शन" में मेस्केलाइन के साथ उनके अनुभव का एक स्पष्ट विवरण दिया गया है.

मेस्केलाइन ने उड़ाई पुलिस की नींद

दिल्ली में मेस्केलाइन की हालिया जब्ती ड्रग तस्करी नेटवर्क की बढ़ती परिष्कार और नए पदार्थों के निरंतर उभरने को उजागर करती है. कानून प्रवर्तन एजेंसियों को इन ड्रग्स के प्रसार और सार्वजनिक स्वास्थ्य की रक्षा के लिए नई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है.

दिल्ली में मेस्केलाइन की खोज शहर के ड्रग सीन में एक महत्वपूर्ण विकास है. जैसे-जैसे इसकी लोकप्रियता बढ़ती है, इसके संभावित जोखिमों और परिणामों के बारे में जागरूकता बढ़ाना महत्वपूर्ण है.