इस बार कम रहेंगे ठंड के दिन
भोपाल । मध्यप्रदेश में अक्टूबर में हल्की ठंडक तो रहेगी, लेकिन तापमान बहुत ज्यादा नहीं गिरेगा। दरअसल, उत्तर भारत में वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव है। अगले 4 दिन में एक और वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव हो जाएगा। इससे बारिश तो नहीं होगी, लेकिन बादल छाए रह सकते हैं। ऐसे में तापमान न तो बढ़ेगा और न ज्यादा घटेगा।
16 नवंबर से 20 नवंबर के बीच प्रदेश के कुछ हिस्सों में बादल छाने और बारिश की संभावना है। मौसम विभाग के फोरकास्ट इंचार्ज वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि इस दौरान बंगाल की खाड़ी में एक मौसमी सिस्टम बन सकता है। इससे इंदौर संभाग के कुछ इलाकों और भोपाल में बादल छा सकते हैं। नवंबर के दूसरे पखवाड़े से भोपाल समेत प्रदेश में ठंड बढऩे का ट्रेंड भी है। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के पूर्व सचिव व मौसम विज्ञानी डॉ. माधवन नैयर राजीवन ने यूरोपियन सेंटर फॉर मीडियन रेंज वेदर फॉरकास्ट्स मॉडल के हवाले से बताया कि अल-नीनो की वजह से आने वाली सर्दी में ठंड ज्यादा नहीं पड़ेगी। सर्दी का मौसम भी छोटा रहेगा, यानी ठंड के दिन कम रहेंगे। नवंबर से फरवरी तक तापमान सामान्य से अधिक रहेगा इसलिए कोल्ड वेव की गुंजाइश कम है।
इधर, भारतीय मौसम विभाग ने अभी सर्दी के सीजन का पूर्वानुमान जारी नहीं किया है। सर्दी के मौसम में कोल्ड वेव या सर्द दिनों का दौर पश्चिमी विक्षोभ के गुजरने के बाद तब आता है, जब पहाड़ों की सर्द हवाएं मैदानों में पहुंचती हैं। इस बार बर्फबारी सामान्य से कम रह सकती है। विशेषज्ञ कह रहे हैं कि सक्रिय प्रभावशाली पश्चिमी विक्षोभों की संख्या भी कम रहेगी।
मई 2024 तक एक्टिव रह सकता है अल नीलो
मानसून में कम बारिश का कारण रहा अल-नीनो सर्दियों पर भी असर डालेगा। विश्व मौसम संगठन (डब्ल्यूएमओ) और अमेरिकी मौसम एजेंसी ‘एनओएए’ के मुताबिक, उत्तरी गोलार्ध में अल-नीनो के मई 2024 तक एक्टिव रहने की संभावना 85त्न है। इसके असर से समुद्री सतह का तापमान अभी औसत से 1.3 डिग्री तक ज्यादा चल रहा है। समुद्री तापमान में इतनी बढ़ोतरी फरवरी-अप्रैल 2016 के बाद पहली बार दर्ज हुई है। अक्टूबर में तीनों मौसम का ट्रेंड है। इस बार भी ऐसा ही मौसम रहा है। पहले पखवाड़े में भोपाल, ग्वालियर, दमोह, जबलपुर, उज्जैन समेत कई शहरों में अक्टूबर में ऐसी गर्मी पड़ी कि जैसे मार्च-अप्रैल का महीना हो। कई जिलों में पारा 37 डिग्री से ज्यादा ही रहा। अक्टूबर के शुरुआती सप्ताह में गुलाबी ठंड का असर भी दिखा। कुछ जिलों में बारिश भी हुई।