नई दिल्ली, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नेशनल हेराल्ड अखबार से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी को पूछताछ के लिए समन भेजा है। ईडी सोनिया से आठ जून को पूछताछ करेगी, जबकि राहुल को बृहस्पतिवार को पेश होने को कहा है। हालांकि, राहुल देश में नहीं हैं। उन्होंने जांच एजेंसी से पांच जून के बाद कभी भी पेशी की तारीख रखने का आग्रह किया है।
ईडी अधिकारियों के मुताबिक, धनशोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत सोनिया और राहुल के बयान दर्ज करने हैं। ईडी सूत्रों के अनुसार, जांच में पाया गया है कि नेशनल हेराल्ड मामले में मुखौटा कंपनियों से कर्ज लिए गए थे, जिसका कांग्रेस ने नकद में भुगतान किया था। इसलिए धनशोधन का मामला दर्ज किया गया है। दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने इस मामले में 19 दिसंबर 2015 को सोनिया, राहुल समेत सभी आरोपियों को जमानत दे दी थी। गुमराह करने की साजिशहमें कानून पर पूरा विश्वास है। गांधी परिवार समन का पालन करेगा। यह सामान्य प्रक्रिया है। ज्यादातर कंपनियों में इस तरह के लेन-देन होते हैं। असल में यह देश को गुमराह करने की कायरतापूर्ण साजिश है।  -अभिषेक मनु सिंघवी, कांग्रेस नेता अगर सोनिया-राहुल ने गलती नहीं की, तो कोर्ट में अपनी बात रखें। वे क्या चाहते हैं? भ्रष्टाचार करते जाएं और  कोई कार्रवाई न हो। अगर आपने पद और ताकत का गलत इस्तेमाल किया है, तो कार्रवाई होगी। -अमित मालवीय, भाजपा नेताभाजपा सांसद और शिकायतकर्ता सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि "उम्मीद है, दोषियों का बेल से जेल का सफर जल्द शुरू होगा। नेशनल हेराल्ड के जरिये गांधी परिवार ने देशभर में संपत्तियां जुटाईं। मुंबई, इंदौर व लखनऊ में भी इमारतें हैं।"
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, 1942 में नेशनल हेराल्ड अखबार शुरू किया गया था, उस समय अंग्रेजों ने इसे दबाने की कोशिश की थी। आज मोदी सरकार भी यही कर रही है और इसके लिए ईडी का इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने बताया ईडी  सोनिया गांधी और राहुल गांधी को नोटिस भेजा है।