पटना । राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोपा) प्रमुख पशुपति कुमार पारस और चिराग पासवान क्या फिर एक हो सकते है। बिहार की सियासत में ये सवाल काफी चर्चा में है। अब इस सवाल का जवाब खुद पशुपति कुमार पारस ने दिया है। पारस ने साफ कह दिया कि उनके भतीजे और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान के साथ सुलह की कोई गुंजाइश नहीं है। उन्होंने कहा कि अब बहुत देर हो चुकी है। पारस ने कहा कि उनके बड़े भाई रामविलास पासवान के जीते जी भाइयों के बीच कोई दूरियां नहीं थीं। लेकिन अब हालात बदल चुके हैं।
पारस ने एक इंटरव्यू में कहा कि जब उनके बड़े भाई रामविलास जीवित थे, तब उनके और चिराग के बीच कोई मनमुटाव नहीं था। चिराग से सुलह की संभावना पर कहा, ऐसा कभी नहीं हो सकता। अब वह स्थिति नहीं है। अब बहुत देर हो चुकी है। उन्होंने कहा, जब दिल टूटते हैं, तब वे नहीं जुड़ सकते।
पारस ने बताया कि करीब तीन हफ्ते पहले उन्होंने पटना में भाजपा के बिहार प्रमुख दिलीप जायसवाल से मुलाकात की थी। इसके बाद उन्हें दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने का मौका मिला था। उन्होंने कहा, बीजेपी के नेताओं के साथ बिहार में 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा हुई।