लखनऊ । लखनऊ में सुबह 7 बजे से पहले ही मतदान केंद्रों के बाहर लंबी कतारें लग गई थीं। हर उम्र के लोग उन कतारों में लगे नजर आए। यहां बसपा सुप्रीमो मायावती व रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने स्कॉलर्स होम स्कूल में वोट डाला। रक्षामंत्री ने मतदाताओं से अपील करते हुए कहा कि सभी अपना वोट डालें। एनडीए 400 सीटें जीतेगा।
देशभर में अपनी कला-संस्कृति, साहित्य और तहजीब के लिए मशहूर लखनऊ 1962 से मतदान प्रतिशत का रिकॉर्ड नहीं तोड़ सका है। उस वर्ष 58.49 प्रतिशत वोट पड़े थे। साल 1991 में मतदान प्रतिशत 33.23 ही रहा। अचानक से मत प्रतिशत में गिरावट हुई तो राजनेता भी चकित हो गए। तब पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी ने पहले मतदान फिर जलपान का नारा दिया और घर-घर जाकर वोट प्रतिशत बढ़ाने की अपील की थी। समय के साथ लखनऊ में बहुत बदलाव आए। मतदान प्रतिशत में उतार-चढ़ाव रहा लेकिन अब भी यहां के मतदाता 60 प्रतिशत का आंकड़ा नहीं छू सके हैं। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में 53.06 प्रतिशत ही वोटिंग हुई। साल 2019 के चुनाव में मत प्रतिशत बढ़कर 57.68 पहुंचा लेकिन 1962 के रिकॉर्ड को नहीं तोड़ पाया। इस बार लखनऊ प्रशासन ने 70 प्रतिशत मतदान का लक्ष्य निर्धारित किया है। मतदाताओं को बूथ तक पहुंचाने के लिए टोलियां सुबह घर-घर जाएंगी। इसके अलावा लोगों को फोन और मैसेज कर बूथ तक बुलाया जाएगा। इतना ही नहीं सबसे पहले मतदान करने वाले को प्रशासन की ओर से सम्मानित भी किया जाएगा।