जलाल यूनुस ने सोमवार को बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) के निदेशक और क्रिकेट संचालन समिति के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रीय खेल परिषद, बांग्लादेश में 41 विभिन्न खेल निकायों के नियंत्रण अधिकारियों ने यूनुस को अपने पद से इस्तीफा देने के लिए कहा। यूनुस बांग्लादेश के पूर्व तेज गेंदबाज भी थे और उन्होंने 1980 के दशक में पेशेवर क्रिकेट खेला था। वह 1990 के दशक से एक खेल आयोजक भी रहे हैं। 2009 के बाद से उन्होंने बीसीबी में एक महत्वपूर्ण पद संभाला और बाद में 2021 में क्रिकेट संचालन प्रमुख बने। यूनुस ने ईएसपीएनक्रिकइंफो के हवाले से कहा कि वह इस पद पर रहकर बांग्लादेश में क्रिकेट की प्रगति को रोकना नहीं चाहते। उन्होंने कहा, 'मैंने क्रिकेट के व्यापक हित के लिए इस्तीफा दिया है। मैं क्रिकेट के सही तरीके से चलने के पक्ष में हूं। मैं संविधान के अनुसार मुझे बदलने के उनके इरादे से ठीक हूं। मैं क्रिकेट की प्रगति के लिए बाधा नहीं बनना चाहता।'

पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट सीरीज की तैयारी कर रहा बांग्लादेश

इस बीच बांग्लादेश 21 अगस्त से शुरू होने वाली दो मैचों की टेस्ट सीरीज में पाकिस्तान से भिड़ेगा। दो मैचों की सीरीज का दूसरा टेस्ट 30 अगस्त से तीन सितंबर के बीच खेला जाएगा। सीरीज के दोनों मैच रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम में खेले जाएंगे। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने सोमवार को बांग्लादेश के खिलाफ अपने पहले टेस्ट मैच के लिए अपनी प्लेइंग इलेवन की घोषणा कर दी। शाहीन शाह अफरीदी, नसीम शाह, खुर्रम शहजाद और मोहम्मद अली पाकिस्तान के लिए शीर्ष चार तेज गेंदबाज हैं जो पहले टेस्ट मैच में बांग्लादेश के खिलाफ खेलेंगे। बांग्लादेश ने अभी तक अपनी प्लेइंग-11 की घोषणा नहीं की है।

बांग्लादेश के साथ कोचिंग अनुबंध पूरा करना चाहते हैं हथुरुसिंघा

वहीं, बांग्लादेश टीम के कोच पर भी तलवार लटक रही है। बांग्लादेश के मुख्य कोच चंडिका हथुरुसिंघा देश में हाल ही में हुए राजनीतिक उथल-पुथल के बावजूद पुरुष राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के साथ 2025 तक अपना अनुबंध तक पूरा करने के इच्छुक हैं। उथल-पुथल के बाद टीम के अंदर भी बड़े बदलाव की प्रबल संभावना है। श्रीलंका के 55 वर्षीय हथुरुसिंघा ने सोमवार को रावलपिंडी में कहा, 'मैंने अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं और मैं उस अवधि को पूरा करने के लिए उत्सुक हूं। अगर बोर्ड बदलता है और नए लोग बदलाव करना चाहते हैं, तो मुझे इससे कोई दिक्कत नहीं है। अगर वे चाहते हैं कि मैं पद पर बरकरार रहूं, अगर वे मेरे से खुश हैं तो मुझे इससे कोई दिक्कत नहीं है।' उन्होंने यह भी कहा कि उनकी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं उन परिवारों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है।