हेयरफॉल एक ऐसी स्थिति है, जब सिर से अनावश्यक ही बाल कमजोर हो कर टूटने लगते हैं। लगभग सभी अपने जीवन में एक न एक बार इस स्थिति से जरूर गुजरते हैं। जमीन, बेड, पिलो, बाथरूम ड्रेन हर जगह बाल के टूटे हुए गुच्छे देख दिल टूट जाता है। एक अच्छी हेयर केयर रूटीन बालों में नई जान डाल कर इसे झड़ने से रोक सकती है। इसलिए हेयरफॉल मैनेज करने के लिए इस स्टेप टू स्टेप गाइड को फॉलो करें-

हेयर ऑयलिंग

बालों में तेल से मालिश करने से स्कैल्प के ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है, हेयर फॉलिकल को पोषण मिलता है, जिससे हेयरफॉल कम होता है। नारियल, कैस्टर ऑयल या फिर ऑलिव ऑयल को हल्का गुनगुना कर के मालिश करें। शैंपू करने के 30 मिनट पहले मालिश करें और ऑयलिंग के बाद बालों को शावर कैप या टॉवल से लपेट कर रखें।

शैंपू

ऑयलिंग के आधे घंटे बाद अपने बालों को सूट करता हुआ शैंपू लगाएं। ध्यान रहें इनमें सल्फेट न हो। गर्म पानी से बालों को न धुलें। ठंड से बचना हो तो हल्के गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें, क्योंकि गर्म पानी बालों की जड़ों को कमजोर करता है और इसके नेचुरल ऑयल को भी कम करता है, जिससे बालों के टूटने की संभावना बढ़ जाती है।

कंडीशनिंग

ये एक ऐसा स्टेप है, जिसे अक्सर लोग भूल जाते हैं या फिर नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन ये बहुत ही महत्वपूर्ण स्टेप है। ये बालों को नमी और पोषण देता है, जिससे बाल टूटने की संभावना कम होती है।

बालों को झाड़ना

धुलने के तुरंत बाद बालों में कंघी न चलाएं। इससे उनके टूटने की संभावना ज्यादा रहती है। हल्का सूखने पर बालों को मोटे दांत वाले कंघे से झाड़ें। जबरदस्ती खींच कर न झाड़ें। हल्के-हल्के हाथ से बालों की लटें सुलझाएं और टिप से लेकर नीचे तक कंघी चलाएं।

हेयरस्टाइल का ध्यान देना

झाड़ने के बाद जब बाल पूरी तरह से सूख जाएं, तब अपने बालों की हेयरस्टाइल का ध्यान जरूर दें। ज्यादा खींच कर गूंथ कर चोटी करने से या फिर बहुत टाइट पोनी टेल करने से बालों की जड़ें कमजोर होती हैं और टूटने पर मजबूर हो जाती हैं। इसलिए हल्की ढीली गुथी हुई चोटियां, जूड़ा बनाएं या फिर हल्का क्लच कर लें।