कीव। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि अगर भारत सहित दुनिया के दूसरे देश रूस से रियायती दामों पर तेल खरीदना बंद कर दें, तब राष्ट्रपति पुतिन के उसके सामने बड़ी चुनौतियां उत्पन्न हो जाएंगी। फरवरी 2022 में यूक्रेन पर आक्रमण के बाद प्रतिबंध लगने के बावजूद भारत रूस से तेल खरीद रहा है, जिसकी पश्चिमी देश आलोचना करते रहे हैं। भारत यूक्रेन युद्ध शुरू होने से पहले रूस से एक प्रतिशत से भी कम तेल आयात करता था, जो अब बढ़कर भारत के कुल तेल आयात का करीब 40 प्रतिशत हो गया है। भारत और रूस के बीच तेल के मामले में महत्वपूर्ण अनुबंधों की ओर इशारा कर जेलेंस्की ने कहा, पुतिन को अर्थव्यवस्था के बर्बाद होने का डर है, उनके पास तेल के अलावा कुछ नहीं है, उनकी मुख्य मुद्रा तेल है। उनके पास एक तरह की ऊर्जा-आधारित अर्थव्यवस्था है, और वे निर्यात-उन्मुख हैं। उन्होंने कहा कि अगर भारत सहित दुनिया के दूसरे देश रूस से रियायती दामों पर तेल खरीदना बंद कर दें, तब सामने बड़ी चुनौतियां उत्पन्न हो जाएंगी।