सूदखोर मेडिकल संचालक से प्रताड़ित होकर की थी कांट्रैक्टर ने आत्महत्या
भोपाल। करीब आठ महीने पहले सरकारी विभाग में ठेकेदारी करने वाले व्यक्ति द्वारा खुदकुशी किये जाने की घटना में पुलिस ने जॉच के बाद एक मेडिकल स्टोर संचालक के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला कायम किया है। आरोपी ने मृतक को ब्याज पर रकम उधार दी थी, जिस पर वो ब्याज पर ब्याज लगाकर वसूल रहा था। पुलिस के अनुसार 63 एमएलए क्वाटर जवाहर चौक पर रहने वाले 48 वर्षीय अनिल जैन पुत्र हरीशचंद्र जैन कात्यायनी टेलीकॉम प्राइवेट लिमिटेड नाम से कंपनी चलाते थे। उनकी कंपनी बीएसएनएल और पीएचई के कांट्रैक्ट लेती थी। 28 फरवरी को उन्होंने अपने घर में फॉसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। जॉच के दौरान पुलिस को मृतक के पास से एक सुसाइड नोट मिला था। इस नोट में मृतक ने लिखा था, कि उन पर काफी उधारी हो गई है, वह ब्याज का पैसा नहीं दे पा रहे हैंवहीं उधार पैसा देने वाले उन पर ब्याज देने के लिए दबाव बना रहे हैं। पुलिस ने सुसाइड नोट के आधार पर कारणो की छानबीन शुरू की। मृतक के परिजनों के साथ ही उनसे रकम का लेनदेन करने वाले 7 नंबर स्टाप स्थित लक्ष्मी मेडिकल स्टोर के संचालक सुनील शर्मा से भी पूछताछ की गई। सूनील ने पुलिस को बताया था कि उनके और मृतक के बीच करीब 15 लाख की रकम का ट्रांजेक्शन हुआ है। लेकिन बैंक एकांउट को खंगालने पर करोड़ों का लेनदेन किया जाना सामने आया। कि उधारी की रकम और उसके ब्याज के लिए सुनील उन्हें प्रताड़ित कर रहा था। उनके पास मिले सुसाइड नोट में सुनील शर्मा को मौत का जिम्मेदार ठहराया गया था।