बैतूल। भीमपुर ब्लॉक के दामजीपुरा क्षेत्र में एक परिवार के खिलाफ सामाजिक बहिष्कार करने का मामला सामने आया है। इस मामले के बाद गंभीर चिंतन का विषय है कि इस 21वी सदी के युग में भी हमारा समाज किस प्रकार दकियानूसी सोच से ग्रसित है।
दरअसल, दामजीपुरा क्षेत्र में एक मुस्लिम परिवार को इसलिए समाज से बहिष्कृत कर दिया गया क्योंकि परिवार ने खानदानी भूमि वर्ष 2017 में विक्रित कर अंतरित कर दी है। इसके बाद ग्राम के कुछ लोग इस परिवार से लगातार विवाद कर रहे हैं। इस जमीनी विवाद का मामला इतना आगे बढ़ गया कि इन लोगों ने संगठित होकर मुस्लिम परिवार को समाज से बहिष्कृत करने का निर्णय लिया। यहां तक कि इनके द्वारा समाज के लोगों को कहा जा रहा है कि बहिष्कृत परिवार में किसी की मृत्यु होने पर कब्रिस्तान में नहीं दफनाने देंगे इनके यहां शादी ब्याह अन्य कार्यक्रमों में जाने वालों का भी बहिष्कार किया जायेगा। इस प्रकार की घटनाएं बताती हैं कि समाज में समरसता लाने की कोशिश को कहां-कहां और किस तरह पलीता लगाया जा रहा है। इस मामले में पीड़ित परिवार ने गुरुवार को एसपी को शिकायत आवेदन सौंपकर न्याय की गुहार लगाई है।
--ये है पूरा मामला--
सामाजिक बहिष्कार की शिकायत करने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे इलियास पिता मरहूम हाजी वजीर खां ने बताया कि वे दामजीपुरा के रहने वाले है। उन्होंने बताया की उनकी खानदानी भूमि ग्राम दामजीपुरा खसरा नंबर 128 1 रकबा 4.218 हे. में स्थित है। उपरोक्त भूमि उन्होंने 2017 में विक्रित कर अंतरित कर दी है। उक्त भूमि के संबंध में गांव के मुस्लिम समाज के लगभग आधा सैकड़ा ग्रामीण उनके परिवार व इरशाद खां पिता कल्लू खां के परिवार पर भी रंजिशवश दबाव बनाकर धमकियां दे रहे हैं तथा समाज बंद करने अथवा हमारे सामाजिक बहिष्कार कर दिया है। जिससे इन परिवारों को भारी मानसिक और आर्थिक त्रासदियों से गुजरना पड़ रहा है। आवेदक ने बताया कि समस्त व्यक्ति हमारा सामाजिक बहिष्कार कर हमारे संवैधानिक और कानूनी अधिकारों को छीन रहे हैं। इनके द्वारा समाज के लोगों को कहा जा रहा है कि इसके यहां किसी की मृत्यु होने पर कब्रिस्तान में नहीं दफनाने देगे। इनके यहां शादी ब्याह अन्य कार्यक्रमों में जाने वालों का भी बहिष्कार किया जायेगा। इसके अतिरिक्त परिवार की महिलाओं बच्चों को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं इससे परिवार के सदस्य भयभीत है। इस कृत्य से क्षेत्र में भय व्याप्त है एवं शांति भंग होने की स्थिति बन गई है। पीड़ित परिवार ने बताया कि उन्होंने इसकी शिकायत थाना मोहदा में की थी परंतु आरोपीगण के विरुद्ध कोई कार्यवाही ना होने से वे हमारे विरूद्ध और अधिक गतिविधियां कर रहे है।
--इन पर लगाया बहिष्कार करने का आरोप--
पीड़ित परिवार ने इस मामले में इदरिश पिता मो. अजीज, डॉ सरफराज पिता वकील अहमद, इस्ताक अली पिता रजाक अली, इखलाक अली पिता रजाक अली, मुस्ताक अली पिता रजाक अली, तौशीफ अली पिता इस्ताक अली, अनवर अली पिता मुबारिक अली, साजिद अली पिता रमजान अली, आशिम अली पिता रमजान अली, आबिद अली पिता बाबू अली, इस्माईल खां पिता हमीद खा, समीर खां पिता गुलमीर खां, नासिर खां पिता गुलमीर खां, साकिर खां पिता अक़तर खां, अफजल खां पिता अकतर खां, शहीद खां पिता युसूफ खां, राजसी पिता सार अली, सलीम खां पिता बाबू खां, सोहेल खां पिता सलीम खां, सोहेब खां पिता सलीम खां, कलीम खां पिता बाबू खां, मो. इकबाल विरानी पिता मो. अजीज विरानी, तौफीक विरानी पिता मो. इकबाल, विरानी जाहिद खां पिता मुबारिक खां, साहिद खां पिता मुबारिक खां, तोशिफ खां, अफसर खां पिता अहमद खा, आरिफ खां पिता अहमद खा, इरसाद खां पिता इब्राहिम खां, इमरान खां पिता हुशेन खां, तबरेज खां पिता सरफराज खां, सादाब अली पिता आबिद अली, इलियास खां मनिहार असलम खा पिता अकतर खा, साहिल खां पिता कलीम खां, रफीक खां पिता रसूल खा, इरफान पिता हनीफ खा, साकिर खां पिता गुलाब , सलमान खां पिता इस्माईल खां, कुदरत खां पिता अहमद खां, अफसर पिता अख्तर पर सामाजिक बहिष्कार करने के आरोप लगाए है।