CM शिवराज के खिलाफ FIR दर्ज करवाने NSUI कार्यकर्ताओ ने थाने में दिया आवेदन (देखे वीडियो)
बैतूल। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खिलाफ भोपाल के क्राइम ब्रांच थाने सहित प्रदेश के अन्य जिलों में दर्ज हुई एफ आई आर के बाद प्रदेशभर में सियासत शुरू हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खिलाफ क्राइम ब्रांच में एफआईआर दर्ज होने के बाद शुक्रवार को बैतूल एनएसयूआई ने पलटवार किया है। एनएसयूआई के कार्यकारी अध्यक्ष अभिषेक पवार ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर राहुल गांधी का 2019 में सोशल मीडिया पर फैब्रिकेटेड वीडियो अपलोड करने का आरोप लगाते हुए एसपी को आवेदन सौंपकर एफआईआर करने की मांग की है।
एसपी को सौंपे शिकायत आवेदन में कार्यकारी जिलाध्यक्ष अभिषेक पवार ने बताया कि कुछ दिनों पहले मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खिलाफ जिन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है उन्हीं धाराओं में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज करें क्योंकि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा सोशल मीडिया पर कांग्रेस के शीर्ष नेता राहुल गांधी का एक कूटरचित वीडियो बनाकर 16 मई 2019 को पोस्ट किया गया था। श्री चौहान का एक अपराधिक कृत्य है जिस पर त्वरित कार्रवाई कर एफ आई दर्ज की जाए।
आईटी एक्ट के तहत प्रकरण पंजीबद्ध करने की मांग--
एनएसयूआई के कार्यकारी अध्यक्ष दिगंबर पारदी ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रसारित किया गया एडिटेड वीडियो आज भी उनके द्वारा डिलीट नहीं किया गया है। निरंतर जन सामान्य के बीच उनके ट्वीटर हैंडल / फेसबुक पेज के माध्यम से प्रसारित किया जा रहा है। एक संवैधानिक पद पर आसीन व्यक्ति द्वारा जानबूझकर ऐसा कृत्य किया जाना क्या आपराधिक कृत्य नहीं है ? एनएसयूआई ने प्रशासन से आग्रह किया कि भारतीय जनता पार्टी के नेता एवं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के विरुद्ध उनके आपराधिक कृत्य को दृष्टिगत रखते हुए आईटी एक्ट एवं भारतीय दण्ड विधान के प्रावधानों के अंतर्गत आपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध किया जाकर प्रकरण को विवेचना में लिया जाए जो न्यायोचित होगा। शिकायत आवेदन सौंपने वालों में छात्र नेता जितेंद्र सिंह इवने, ब्लॉक अध्यक्ष आकाश गंगारे, विशाल बारवे, अंकित ताम्रकार, विधानसभा अध्यक्ष चिंटु ठाकुर, अनुज शुक्ला, नितिन विश्वास, सार्थक खंडाग्रे मौजूद रहे।।