।बैतूल जिले में उल्टी दस्त से एक 16 वर्षीय बालिका की मौत होने और दो बालक दो बालिकाओं की तबियत बिगड़ने जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है 40से ज्यादा लोगो के बीमार होने का मामला सामने आया है घटना बैतूल बाजार थाना मुख्यालय के मालवीय वार्ड(भवानी मोहल्ले)की बताई जा रही है चारो बीमार बच्चो को उपचार के लिए जिला अस्पताल में लाकर भर्ती किया गया है। जहां उनका उपचार चल रहा है। वही घटना की जानकारी लगने पर एसडीएम,तहसीलदार ,नगर पालिका सीएमओ और नपा इंजीनियर स्वास्थ विभाग के मिडिकल आफिसर ने मौके पर पहुंचकर बीमारो का हाल जाना है साथ ही बीमारी से पीड़ित व अन्य परिवारों को पानी उबालकर पीने की सलाह दी है । जिला अस्पताल में भर्ती बच्चो के परिजनों की माने तो नगर परिषद द्वारा जो पेय जल सप्लाई किया जाता है उसके पीने की वजह से बीते कुछ दिनों से पूरे मोहल्ले में लोगों की तबीयत खराब हो रही थी जिसको लेकर स्वास्थ्य अमले के द्वारा घर-घर ओआरएस का पाउडर और दवाइयां भी वितरित की गई थी लेकिन आज सुबह उनके घर की एक 16 वर्षीय रीना नाम की बालिका की उल्टी दस्त होने के बाद में मौत हो गई वही उसी परिवार से यश , योगेश और  रानी , दिव्या इन 4 बच्चों की तबीयत अचानक बिगड़ गई जिसके बाद चारों बच्चों को उपचार के लिए जिला अस्पताल लाकर भर्ती किया गया है जहां उनका उपचार चल रहा है

 

 डॉक्टर सौरभ राठौर का कहना है की बैतूल बाजार से उल्टी दस्त के चार बच्चे आए वहां और भी लोगो के बीमार होने की बात पता चली है।परिजनों ने उन्हें बताया कि एक बच्ची की मौत हुई है।दूषित पानी पीने की वजह से ये सब बच्चो के डाक्टर को भी इनके उपचार के लिए बुलवाया गया है।दूषित पानी की वजह से डायरिया होता है और उस पानी में किसी जानवर की मौत हो जाने के कारण जहर फैलने का खतरा बन जाता है। जिसकी जांच करवाई जाती है।

परिजन बलराम पवार की माने तो एक बच्ची की मौत नगर परिषद के पानी पीने से हुई है नगर परिषद द्वारा किए से पीने के पानी की सप्लाई की जाती है उसी पानी को सब पीते है।उसकी वजह से सब बच्चो की तबियत खराब हुई है। अभी चार बच्चो को यहां भर्ती किया गया है और एक बच्ची की मौत हो गई।स्वास्थ कर्मचारियों के द्वारा पाउडर पीने के लिए दिया था और गर्म पानी पीने लिए भी कहा गया था इनकी तबीयत बिगड़ने की वजह दूषित पानी है।

इस मामले में स्वास्थ आमला पूरी तरह सजग था जिसने लगातार लोगो को ors पाउडर और जरूरी दवाइया वितरित की साथ ही लोगो को पानी उबालकर पीने की सलाह भी दी किसकी वजह से तकरीबन दो दर्जन से ज्यादा बीमार लोग ठीक भी हुए है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नगर परिषद द्वारा जो पीने का पानी सप्लाई वार्ड में किया जा रहा है उस पानी का सैंपल पीएचई विभाग को जांच के लिए भेजा था जांच में वह सैंपल गड़बड़ पाया गया है फिलहाल स्वास्थ्य अमला मुस्तैदी से लोगों के उपचार में लगा हुआ है नगर परिषद द्वारा पेयजल सप्लाई के लिए इन वार्डो में अधिकारियों के जाने के बाद देर समय आरो वाटर पीने के लिए सप्लाई किया जा रहा है।

इस पूरे मामले में सबसे बड़ा सवालिया निशान नगर परिषद पर वार्ड वासियों द्वारा लगाया जा रहा है की जब बीते एक सप्ताह से इन वार्डो में जो पानी सप्लाई किया जा रहा है उसकी वजह से वार्ड वासियों की तबियत बिगड़ रही है तो उस पानी सप्लाई को बंद करवाकर क्यों दूसरी पेय जल सप्लाई की व्यवस्था नही की गई । एक बालिका की मौत के बाद जब प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा तब देर रात को लोगो को वाहन से एनासंस मैंट करवाकर क्यों पानी उबालकर पीने की हिदायत दी गई अगर ये सब पहले कर लिया जाता तो शायद उस बालिका की मौत नही होती और नाही बीमारी से इतने लोग ग्रसित होते कही ना कही इस मामले में नगर परिषद अमले की बड़ी गलती सामने आई है ।